दिल्ली में पड़ रही है प्रदुषण की मार
दिल्ली-NCR में सर्दी ने अभी दस्तक भी नहीं दी है लेकिन प्रदूषण की मात्रा खतरनाक स्तर तक पहुंच गई है। करीब 3 महीने से दिल्ली की हवा काफी बेहतर थी लेकिन एक फिर से ये खराब हो चुकी है। दिल्ली की Air quality एनडेक्स खतरे के निशान से उपर पहुंच चुका है।
दिल्ली-NCR में प्रदूषण के कई कारण है लेकिन उनसे से अहम है आस-पास के राज्यों में पराली जलाना। राजधानी में इस साल पराली से प्रदूषण का खतरा डबल है। अमेरिकी की स्पेस एजेंसी NASA की ताजा तस्वीर जारी की है। तस्वीर में दिल्ली से सटे राज्यों में बड़े पैमाने पर पराली जलते हुए दिखाई दे रही है।
पराली जलाने की तस्वीर पंजाब, हरियाणा और उससे सटे इलाकों की है। नासा की चेतावनी की असली वजह पराली जलाने की ये तस्वीर है। जो हर साल देखने को मिलती है। सरकार की तमाम कोशिशों की बावजूद इस साल 120 से अधिक जगहों पर पराली जलाई गई।
पंजाब और हरियाणा के किसान पराली जलाते है जिससे 24 से 48 घंटे से पराली से निकाला धुंआ दिल्ली एनसीआर में पहुंच जाते है और हवा की गुणवक्ता खराब हो जाती है। हरियाणा और पंजाब में बड़े पैमाने पर जलाई जाने वाली पराली का असर दिल्ली के एआईक्यू पर जल्द असर दिखा सकता है।
हवा की स्पीड लगातार कमजोर हो रही है। आपको बता दें कि दिल्ली सरकार ने पहले ही यह कह दिया था कि नवंबर के महीने में दिल्ली की एयर क्वालिटी खराब होगी क्योंकि उस वक्त दूसरे राज्यों में पराली जलाई जाती है। इसी कारण केजरीवाल सरकार ने राजधानी में ऑड-ईवन दोबारा लागू करने का फैसला भी किया।
राजधानी दिल्ली में दिवाली से पहले प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। लोधी रोड जैसी साफ और हरी भरी जगह पर भी एयर क्वालिटी मॉडरेट कैटिगरी में आ चुकी है। संभावना यह भी जताई गई है कि 18 अक्टूबर के बाद प्रदूषण दिल्ली के लोगों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है।