लंदन ब्रिज हमल में बड़ा खुलासा हुआ है. इस हमले शामिल संदिग्ध आरोपी की पहचान उस्मान खान के रुप में हुई है. उसके तार पाकिस्तान और आतंकी संगठन अल-कायदा से जुड़े हैं.लंदन पुलिस ने दावा किया है कि उस्मान पहले भी आतंकी एक्टिविटी में संलिप्त रहा है और अल-कायदा जैसे खुंखार आतंकवादी समूह की विधारधारा से प्रभावित है।
लंदन पुलिस ने दावा किया है कि आरोपी ने अपना बचपन पाकिस्तान में बीताया किया था। उसकी शुरुआती शिक्षा पाकिस्तान में हुई थी। पाकिस्तान में वह अपनी बीमार मां के साथ रहता था। इसके अलावा वो अल-कायदा की आइडियोलॉजी से प्रभावित है। अल-कायदा एक खुंखार आतंकी संगठन है। इसकी स्लीपर सेल कई देशों में सक्रिय है।
आपको बता दें कि लंदन ब्रिज हमले का आरोपी पिछले साल ब्रिटेन की जेल से छोड़ा गया था। लंदन पुलिस का दावा है कि उसे पहले 1990 में लंदन स्टॉक एक्सचेंज में बम धमाके में उसकी भूमिका के लिए 16 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। इसमें दो लोगों की मौत हुई थी। द टेलीग्राफ के मुताबिक साल 2012 में सजा सुनाए जाने के समय जस्टिस ने चेतावनी दी थी कि वह एक खतरनाक जिहादी है। इसे रिहा नहीं किया जाना चाहिए। ये शख्स आम जनता के लिए खतरा है।
फेमस ब्रिज पर चाकुओं से हमला, छह लोग घायल
गौरतलब हैं कि शुक्रवार को ब्रिटेन की राजधानी में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एक संदिग्ध आदमी ने लोगों पर चाकुओं से वार शुरू कर दिया। यह हमला लंदन के एक मशहूर ब्रिज पर किया गया था। इस हमले में छह लोग घायल हो गए थे. मौके पर तैनात पुलिस ने उसे पकड़ने की कोशिश की, लेकिन आत्मघाती जैकेट देखकर पुलिस ने उसे गोलियों से उड़ा दिया। घटना के बाद सुरक्षा बलों ने ब्रिज की घेराबंद कर प्रशासन ने पूरे इलाके में हाईअलर्ट जारी कर दिया। ऐहतियात के तौर पर की आस-पास के इलाके को खाली करा लिया गया।
इसके बाद पुलिस ने पूरे क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चलाया.पुलिस ने इस धमाके से जुड़े एक और व्यक्ति को और गिरफ्तार किया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। शनिवार को लंदन पुलिस ने दावा किया है कि ब्रिज पर चाकुओं से प्रहार करने वाला व्यक्ति पूर्व टेरेरिस्ट था। असिस्टेंट कमिश्मर नील बसु ने एक बयान में कहा कि इस व्यक्ति को आतंकवाद के अपराधों के लिए 2012 में दोषी ठहराया गया था। उसे दिसंबर 2018 में जेल से रिहा कर दिया गया था।
सीसीटीवी फुटेज में लोगों की बहादुरी दिखी
सीसीटीवी फुटेज में हमलावर दौड़ता हुआ ब्रिज पर पहुंच गया था। फुटेज में दिख रहा है कि पांच राहगीरों ने बहादुरी दिखाते हुए उसे पकड़ लिया था। उसके दो मिनट बाद पुलिस वहां पहुंची। बाद में पुलिस ने लोगों को वहां से हटाते हुए उसे गोली मार दी।
प्रशासन अलर्ट ,खाली कराया गया इलाका
पुलिस को संदिग्ध टेररिस्ट के पास एक आत्मघाती जैकट मिला है। इसके चलते प्रशासन ने विशेष रुप से पब्लिक पैलेसों को तुरंत बंद कर दिया गया। स्कॉटलैंड यार्ड ने कहा कि हमने लंदन ब्रिज पर हुई वारदात की तफ्तीश शुरू कर दी है। ये एक टेररिस्ट अटैक है। हमलावर को मार गिराया गया है। पुलिस ने ब्रिज को पूरी तरह बंद कर दिया है। हालांकि ट्रेन सर्विस पर कोई पाबंदी नहीं लगाई गई। एक चश्मदीद ने बताया कि हमने पुलिस की कई गाड़ियों को ब्रिज की ओर जाते देखा। कैंपस में एक व्यक्ति की ओर पुलिस बंदूक ताने हुए थी।
पीएम बोरिस जॉनसन ने की घटना की निंदा
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इस घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा कि वह घटना पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। घटना के बाद बोरिस अपना दौरा छोड़कर वेस्टमिंस्टर लौट आए हैं। आसपास के इलाके में सुरक्षा और सख्त कर दी गई है। आपको बता दें कि लंदन ब्रिज उन इलाकों में से एक है जहां जून 2017 में आईएसआईएस के आतंकी हमले में 11 लोगों की मौत हो गई थी।