शनिवार को भारत के सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि पीओके (POK) भारत का हिस्सा बन सकता है। हालांकि, उन्होंने साफ किया कि इसका फैसला केंद्र सरकार को ही लेना है।
POK होगा हमारा
बता दें, पीओके को भारत का हिस्सा बताते हुए गृहमंत्री अमित शाह संसद में बयान दे चुके हैं। इससे संबंधित सवाल पर आर्मी चीफ ने कहा, 'संसदीय प्रतिज्ञा के अनुसार जम्मू-कश्मीर अखंड भारत का हिस्सा है।
उन्होंने कहा कि ‘एक संसदीय संकल्प है कि संपूर्ण जम्मू कश्मीर भारत का हिस्सा है। यदि संसद यह चाहती है कि पीओके हमारा होना चाहिए, तो जब भी हमें इस संबंध में आदेश मिलेंगे, हम उचित कार्रवाई करेंगे।’
इसके साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि सेना की आधारभूत संरचना में भी सुधार के लिए 4 स्तरीय काम चल रहा है। पाकिस्तान और चीन की चुनौतियों के सवाल पर आर्मी चीफ ने कहा कि ‘हम किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।’
कश्मीर पर किया अच्छा काम
Article 370 हटाने के सवाल पर सेना प्रमुख ने कहा कि 'कश्मीर के हालात पर बहुत अच्छा काम किया है, चाहे एलओसी (LOC) पर हो या घाटी में। इस दौरान लोगों का भी पूरा समर्थन हमें मिला।
स्थानीय प्रशासन और वहां की पुलिस का समर्थन भी हमारे साथ रहा। कई बार ड्यूटी के वक्त तुरंत फैसले लेने होते हैं तब कमांडर को कॉल लेनी होती है, उसका सम्मान होना चाहिए।'
सियाचिन है अहम
सेना प्रमुख ने कहा कि सियाचिन हमारे लिए बहुत अहम है। सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, सुरक्षा के साथ किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा हम CDS का गठन कर रहे हैं, इससे सेना को मजबूती मिलेगी। तीनों सेनाओं के बीच ताल-मेल होना ज़रूरी है। हम भविष्य की चुनौतियों और खतरों को ध्यान में रखकर प्लानिंग करेंगे।
उन्होंने कहा, 'भारतीय सेना पहले की तुलना में आज बेहतर हुई है। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की नियुक्ति और सैन्य मामलों के विभाग का निर्माण एकीकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है और हम अपनी ओर से यह सुनिश्चित करेंगे कि यह सफल हो।'