लॉकडाउन से बदल रही जीवनशैली

मेरठ। लॉक डाउन के दौरान घर में बैठे बच्चे टीवी और मोबाइल से पूरी तरह बोर होने के बाद अब कहानियां पढ़ने और सुनने में समय बिता रहे हैं। कभी दादा-दादी उन्हें रामायण और महाभारत के किस्से कहानियां सुना रहे हैं, तो कभी वह मम्मी-पापा से पंचतंत्र के अलावा पौराणिक कहानियां सुन रहे हैं। माता-पिता भी बच्चों की बदलती रुचि को देखकर खुश हैं, और उनका कहना है कि लॉक डाउन ने बच्चों और बड़ों सभी की जीवनशैली को पूरी तरह से बदल दिया है। ऐसा लगता है जैसे पुराना समय एक बार फिर लौट आया है। जब हम भी बच्चे हुआ करते थे।



घर पर रामायण देखने के साथ पढ़ भी रहे हैं बच्चे


साकेत निवासी एनके गुप्ता का समय इन दिनों बच्चों को रामायण पढ़ाने में बीत रहा हैं। बच्चों ने जब से टीवी पर रामायण सीरियल देखना शुरू किया है, उनकी रुचि रामायण के प्रति बढ़ गई है। रामायण को लय में पढ़ना एक कला है और आजकल दोनों बच्चे वहीं सीख रहे हैं। इसका अनुभव अलग ही हैं जब बच्चे टीवी पर काटरून देखना पसंद नहीं कर रहे हैं। उन्हें रामायण पढ़ने और समझने में आनंद मिल रहा हैं।


कहानी सुनकर आने लगी नींद


सूर्या पैलेस निवासी विनिता बताती हैं कि पिछले कुछ दिनों में बच्चों में पढ़ने की रुचि बढ़ी हैं। बच्चे अब अपनी पुरानी स्टोरी बुक पढ़ रहे हैं, क्योंकि अब सुबह स्कूल नहीं जाना होता हैं। इसलिए देर रात तक बच्चों के साथ कहानी किस्सों का दौर भी खूब चल रहा हैं। इसमें पंचतंत्र की कहानियां, विक्रम बेताल और पौराणिक कहानियां बच्चे पूरे मन से सुन और समझ रहे हैं। आज बच्चों को कहानी सुनने की जिद्द करते देख अपना बचपन याद आता हैं।


 


दादी से सुनें कहानी, टीवी पर देखें रामायण


यूपी बोर्ड के कई स्कूलों ने छात्रों और अभिभावकों से अपील की है कि वह कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए अपने घरों में सुरक्षित रहें। घर में रहते हुए भी समय का सदुपयोग कर सकते हैं। अटौरा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अटौरा मवाना, सनातन धर्म कन्या इंटर कॉलेज सदर,सेठ बीके माहेश्वरी , पंडित बख्शी दास स्मारक इंटर कॉलेज आदि के प्रधानाचार्य ने सभी बच्चों से यूपी बोर्ड की वेबसाइट से कोर्स सर्च कर पढ़ने के लिए कहा है। खाली समय पर दादा- दादी, नाना- नारी के अनुभवों से सींखने और टीवी पर रामायण और महाभारत देखकर ज्ञानवर्धन करने के लिए कहा गया है। साथ ही घर पर साफ सफाई रखने, एक दूसरे से सामाजिक दूरी बनाए रखने और दिन में कई बार हाथ धोने आदि सुझाव भी दिए हैं।