कोरोना ने जिले में चौथी जिंदगी निगल ली। किशनपुरा के 55 साल के मरीज ने मेडिकल कालेज में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। प्राचार्य डॉ. आरसी गुप्ता ने बताया कि भाजपा महानगर अध्यक्ष के सहायक के पिता की मौत रात पौने दस बजे हुई। इसी वार्ड में मरीज के दोनों बेटे भर्ती हैं, जबकि उनकी पत्नी संदिग्ध वार्ड में हैं।
गिर रही थी ऑक्सीजन की मात्रा
प्राचार्य डॉ. आरसी गुप्ता ने बताया कि कोरोना संक्रमित इस 55 वर्षीय मरीज की हिस्ट्री खंगाली गई। उन्हें दस साल से शुगर एवं रक्तचाप की बीमारी थी। ऐसे मरीजों की प्रतिरोधक क्षमता कम होने से वायरस जल्दी गिरफ्त में ले लेता है। डॉ. गुप्ता ने बताया कि 21 अप्रैल को भर्ती कराने के बाद ही मरीज की तबीयत बिगड़ने लगी थी। शरीर में आक्सीजन की मात्रा गिरती जा रही थी। आक्सीजन के बाद उन्हें शाम को वेंटिलेटर लगाया गया, किंतु वो मल्टीआर्गन फेल्योर में चले गए। कई अंगों के नाकाम होने से मरीज ने दम तोड़ दिया।
स्वजन भी कर रहे संघर्ष
मृतक के दोनों बेटे भी संक्रमित होने की वजह से कोविड वार्ड में भर्ती कराए गए हैं। पत्नी संदिग्ध वार्ड में हैं। सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। मेडिकल प्राचार्य डॉ. आरसी गुप्ता, कोविड इंचार्ज डॉ. टीवीएस आर्य, सीएमएस डॉ. धीरज राज समेत कई अन्य कोविड वार्ड के पास पहुंच गए। उनकी निगरानी में एक टीम ने शव पर रासायनिक लेप लगाकर सैनिटाइज किया। तीन परतों में शव को लपेटकर पुलिस सुरक्षा के बीच मर्चरी में रखा गया। सीएमओ डॉ. राजकुमार ने कहा कि आइसीएमआर की गाइडलाइन के तहत ही शुक्रवार को (आज) अंतिम संस्कार किया जाएगा। इलेक्टिक चैंबर में दाह संस्कार करना सर्वाधिक सुरक्षित रहेगा।
सहयोग नहीं कर रहा सहायक
महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल का सहायक मेडिकल कालेज में भर्ती है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि युवक से चेन के बारे में पूछा, किंतु वो जवाब देने से बच रहा है। युवक से नजदीकी दोस्तों का नंबर भी मांगा है। युवक से पूछा कि वो गत दिनों में कहां-कहां गया। किंतु जानकारी नहीं दी। सीएमओ ने डीएम को जानकारी दी है। महानगर अध्यक्ष से भी फोन कराया है।
मृतक के करीबियों ने कहा, नहीं मिला इलाज
मेडिकल कालेज में 21 मार्च को भर्ती साबुन गोदाम में किशनपुरा के मरीज की मौत के बाद चिकित्सा व्यवस्था पर सवाल उठाए गए हैं। मृतक के करीबियों ने मौत की सूचना मिलते ही फेसबुक पर पोस्ट डालकर बताया कि दो दिन भर्ती रहने के बावजूद मरीज के पास न कोई डॉक्टर पहुंचा और न नर्स। आरोप लगाया है कि मरीज को कोई दवा भी नहीं दी गई। उधर, डॉ. धीरज राज ने बताया कि इलाज का पूरा प्रोटोकाल फालो किया जाता है।
संदिग्ध मरीज की मौत
उधर, कोविड वार्ड में गुरुवार को एक संदिग्ध मरीज की शाम को मौत हो गई। उसका सैंपल जांच के लिए भेजा गया है। प्राचार्य डॉ. आरसी गुप्ता ने बताया कि उसकी रैंप पर ही मौत हो गई थी। कहा कि मरने वाले हर मरीज की जांच की जा रही है।